बिसवां सीतापुर: जब विकास कार्य कराने से पहले ही आवंटित बजट का 30 प्रतिशत ब्लॉक के अधिकारी डकार जाएंगे तो धरातल पर विकास में भ्रष्टाचार की दीमक तो लगना स्वाभाविक ही है। इसी कमीशन बाजी के विरोध में मंगलवार को बिसवां ब्लॉक के अधिकतर प्रधान लामबंद हो गए और प्रधान संघ के अध्यक्ष अवधेश कुमार यादव के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। प्रधान संघ की और से आयोजित इस धरने पर बैठे अधिकतर प्रधानों ने बताया कि एडवांस में 30 प्रतिशत कमीशन लेने के बावजूद भी योजनाओं का पेमेंट नहीं कराया जा रहा है। खंड विकास अधिकारी और सेक्रेट्री मिलकर प्रधानों का शोषण कर रहे हैं। प्रधान संघ ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र उपजिलाधिकारी को दिया है जिसमें कहा है कि खंड विकास अधिकारी व उनके अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा ब्लॉक में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिससे प्रधान उनके शोषण का शिकार हो रहे हैं। बीडीओ पर पक्षपात का आरोप भी लगाया गया है। प्रधानों ने अपनी मांगो के संबंध में 5 सूत्रीय एक मांग पत्र भी दिया है जिसमें कमीशन बाजी को तत्काल समाप्त कराने व मनरेगा कार्यों के भुगतान में हुई धांधली की जांच व कार्यवाही ग्राम पंचायत इटदहा के सचिव आलोक गोस्वामी को ब्लॉक से हटाने संबंधित मांगे की गई है।धरने के बीच खंड विकास अधिकारी ऐश्वर्य यादव ने प्रधानों को समझाने की कोशिश की लेकिन प्रधान नहीं माने एक समय तो ऐसा आया कि सामंजस्य न बैठ पाने के कारण माहौल काफी गर्मागर्म हो गया परंतु फिर बीडीओ के नरम पड़ने पर प्रधान अपनी जगह पर पुनः बैठ गए।आखिर तक प्रधान और बीडीओ के बीच बात चीत का कोई सटीक हल नही निकला प्रधानों ने पुनः धरने पर बैठने की बात कह रहे है।
जेवर बेचकर दिया कमीशन
धरने पर बैठे एक प्रधान ने बताया कि एडवांस कमीशन देने के चक्कर में उसने घर के जेवर भी बेच दिए परन्तु उसके बावजूद ब्लॉक द्वारा पेमेंट नहीं कराया जा रहा है।
उपरोक्त आरोपों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिसवां ब्लॉक में किस कदर भ्रष्टाचार हावी हो चुका है। यदि एक लाख की कार्ययोजना बनती है तो आरोपों को अगर सच माने तो उसमे से तीस हजार ब्लॉक के अधिकारी कमीशन खा जाते हैं बच्चे 70 हजार में बिना भ्रष्टाचार के कैसे कोई कार्य सरकार की मंशानुरूप हो पाएगा।
शिव प्रकाश सिंह प्रदेश सचिव अखिल भारतीय प्रधान संगठन उ०प्र० मो० वह वाट्स अप नंबर ~ 9005170849 पर संपर्क करने का कष्ट करें! मुद्दे पर कार्यवाही के लिए संघर्ष की जरूरत है
ReplyDeleteBidhayak bhi lete hai
ReplyDeleteManoj
ReplyDelete7607116920
ReplyDelete